बेंगलूरू : फातिमा का आइडिया गरीबों का पेट भर रहा है

कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरू में गरीबों और जरूरतमंदों के खाने की जरुरत पूरी करने के लिए पब्लिक फ्रीज लगाए गए हैं। कई जगहों पर लगाए गए इन फ्रीजों में लोग खाना रख जाते हैं। इस काम से जुड़े एनजीओ के अनुसार हर रोज इससे लगभग 400 लोगों के पेट की भूख शांत होती है।

बेंगलूरू के कोरमांगला, ब्रुकफील्ड्स, इंदिरानगर, बेन्सन टाउन और बीटीएम लेआउट में विभिन्न समुदायों के द्वारा फ्रीज स्थापित किए गए हैं। बीटीएम लेआउट में ऐसा ही फ्रीज खोलने वाले पब्लिक फाउंडेशन की मैनेजिंग ट्रस्टी इसा फातिमा जासमीन ने कहा, ‘बीटीएम लेआउट फ्रीज एक दिन में 70 से 100 लोगों के प्रयोग में आ जाता है।

जो कोई भी घर में बने खाने को देना चाहता है, उसे बस पैक कर फ्रीज में रखने की जरुरत होती है और कोई गरीब खाना खा लेता है।’ कम्युनिटी फ्रीज का यह आइडिया भी इसा के दिमाग की ही उपज है। उन्होंने बताया, ‘मैं अपने घर में बने अधिक खाने को पड़ोस की एक महिला को खाने के लिए दे देती थी।

वह महिला अचानक से कहीं चली गई और मुझे पता नहीं चलता था कि खाने का क्या करना है। मैं लोगों को खोज-खोज कर खाना दे आती थी। लेकिन यह कारगर नहीं था और मैंने खाने का फ्रीज लगाने का फैसला किया, जिसे जरूरतमंद निकाल कर खा सकें।’

फातिमा का यह आइडिया फेमस हो गया और कई लोगों ने इस आइडिया को आगे बढ़ाया। कई सारे रेस्त्रां ने भी इस आइडिया को आगे बढ़ाया, जिसमें इंदिरानगर में लेबनान के रेस्त्रां बिबलोस, कोरमांगला के रेस्त्रां कैरट्स शामिल है।

इन होटलों के मैनेजर्स ने बताया कि बाहर एक फ्रीज में फ्रेश खाना रख दिया जाता है और कई बार तो कस्टमर ही खाना रख जाते हैं।