क्या सपा- बसपा गठबंधन से कांग्रेस और बीजेपी दोनों परेशान है?

कांग्रेस और बीजेपी में आज कल खलबली मची हुई है। कारण भी बहुत बड़ा है। यूपी में मायावती और अखिलेश यादव की पार्टी का गठबंधन लगभग तय है। सिर्फ़ औपचारिक ऐलान होना बाकी है।

जाहिर है कि अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों को यूपी में भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। दोनों पार्टीयां वहां की सबसे बड़ी क्षेत्रीय पार्टीयां मानी जाती है। दोनों दलों का अपना अपना जनाधार भी है।

मालूम हो कि बहुजन समाजपार्टी सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार को लखनऊ में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। दोनों नेता लोकसभा चुनाव 2019 के लिए गठबंधन की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं।

बसपा सुप्रीमो मायावती गुरुवार की शाम लखनऊ पहुंचीं। उन्होंने भाईचारा कमेटी की बैठक में भाग लिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से व्यस्त हो जाएं। इसके बाद उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाक़ात की।

सपा-बसपा उत्तर प्रदेश में लगभग 24 साल बाद एक बार फिर से निकट होती नज़र आ रही है। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अब सोशल मीडिया के जरिए चुनावी शंखनाद करेंगे। वह कन्नौज के एक गांव से ट्विटर के जरिए लोगों से बात करेंगे और सवालों का जवाब देंगे।