पीएम मोदी के बाद राज्यसभा के नए उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायूड के स्वागत में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने अपने विचार रखें।
गुलाम नबी आजाद ने वेंकैया नायडू को नई जिम्मेदारी के लिए कांग्रेस की तरफ से बधाई दी और कहा की वेंकैया नायडू इस सदन के लिए नए नहीं हैं। हम लोगों ने आपस में काफी बार लड़ाई झगड़े किये हैं, लेकिन सदन के बाहर जाकर सदन चलाने पर सहमत भी हुए। इस सदन में कई लोग हैं। वेंकैया ने काफी नीचे से ऊपर तक का सफर तय किया है।
इससे पहले मोदी ने गरीब बैकग्राउंड से आने वाले लोगों द्वारा देश के सभी सर्वोच्च पदों- राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आदि पर पहुंचने पर लोकतंत्र की तारीफ की।
जिसपर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि देश की आजादी और बाद में मजबूत लोकतंत्र की नींव रखने में अमीरों और करोड़पति लोगों के योगदान को भी नहीं भूलना चाहिए।
इसपर पंडित मोती लाल नेहरू का उदारहण देते हुए आजाद ने कहा कि वह इतने अमीर थे कि आज उनकी वकालत की हर दिन की प्रैक्टिस 6 से 7 करोड़ रुपये के बीच होती।
आज़ाद ने कहा कि गरीब के इस मुकाम पर पहुंचने की तारीफें करते हुए हमें उन अमीर लोगों को भी याद करना चाहिए, जिन्होंने अपना परिवार और जीवन देश की आजादी के लिए समर्पित कर दिया।
जैसे की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने काफी समृद्ध परिवार से थे, जिन्होंने वकालत की प्रैक्टिस साउथ अफ्रीका में की।
लेकिन देश की आजादी के लिए उन्होंने अपने कपड़े तक उतार फेंके। आजाद ने कहा, ”इसमें गरीबी अमीरी का सवाल नहीं है। …इनके पीछे एक ताकत है, वो लोकतंत्र है।’
उन्होंने कहा, ‘सुभाष चंद्र बोस, गांधी जी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरकार पटेल, मौलाना आजाद, को कौन भूल सकता है, ऐसे लोग जो संपन्न थे, उन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी और ऐसा संविधान दिया कि आज कोई भी कुछ भी बन सकता है।’