नई दिल्ली: राज्यसभा में केंद्र सरकार पर विपक्ष ने 500 और 1000 रुपए के नोट दो अलग-अलग रूप में छापने का आरोप लगाया है।
इस मामले में कांग्रेस, टीएमसी और जेडीयू ने राजयसभा में हंगामा किया, जिसके चलते कार्यवाही चार बार स्थगित भी करनी पड़ी।
500 और 1000 रूपये के अलग-अलग तरह के नोट छापने को ‘मोदी सरकार का सदी का सबसे बड़ा घोटाला’ बताया। कांग्रेस के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की कई विपक्षी सांसदों ने दो अलग-अलग तरह के नोटों का प्रिंट आउट लहराते हुए सदन में दिखाया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने शून्यकाल के शुरू होने पर ये मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि दो तरह के नए नोट इसलिए छापे जा रहे हैं। क्यूंकि एक तरह का नोट सत्तारूढ दल के लिए है वहीं दूसरा अन्य लोगों के लिए है। सिब्बल ने कहा कि हमें आज पता लगा कि सरकार ने क्यों नोटबंदी की थी। वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने इसे देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया।
कांग्रेस के इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष पर हमला किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष आए दिन बिना नोटिस दिए महत्वहीन मुद्दे उठाता रहता है।