नई दिल्ली। यशवंत सिन्हा ने पूर्व में घोषित दल निरपेक्ष राजनीतिक प्लेटफॉर्म ‘राष्ट्रीय मंच’ के गठन की मंगलवार को घोषणा की। मंच में उनको सहयोगी के तौर पर सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के नेताओं तथा मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र के कुछ किसान नेताओं के साथ मिला है। इस मंच का उद्देश्य देश की मौजूदा स्थिति के लिए चिंतित नेताओं को एक मंच पर लाना है। मंच को बनाने में यशवंत सिन्हा को भाजपा के एक और वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा का भी साथ मिला है।
सिन्हा ने कहा कि वे इस मंच में अपनी व्यक्तिगत क्षमता से उपस्थित होंगे और मौजूदा स्थिति को लेकर अपनी चिंताओं को रखेंगे। मंच देश भर के किसानों के मुद्दे पर आंदोलन शुरू करेगा। यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश में गरीबी और अमीरी लगातार बढ़ती जा रही है। डोकलाम में चीन पहले के मुकाबले 90 फीसदी ज्यादा सैनिक के साथ ऊना आरम्य बेस बना रहा है लेकिन अब कुछ नहीं हो रहा है।
पाकिस्तान को लेकर कोई विदेश नीति नहीं है। सरकार सिर्फ प्रचार के युग मे जी रही है और देश भय के माहौल में जी रहा है। यशवतं ने कहा कि आज जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। किसान की हालत काफी खराब है। दिल्ली में बैठकर कल्पना करना मुश्किल है। सबसे बड़ा मुद्दा किसानों का है। जीएसटी को लागू करने का तरीका ख़राब था और बेरोजगारी भी बढ़ी है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि अगर वहां बोलने का मौका मिलता तो यहां आने की जरूरत नहीं होती। इसीलिए हम लोग एक मंच पर आए हैं।