सरकार की रोक के बाद ऑन लाइन बिक रही हैं गायें, जान के डर से आधे दाम में ख़रीद-फ़रोख्त शुरू

केंद्र सरकार ने पशुओं की ब्रिकी पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे पशुपालक और किसान परेशान हैं । लेकिन अब किसानों और व्यापारियों ने पुशओं को खरीद-फ़रोख्त के लिए नया रास्ता निकाल लिया है।

खबरों के अनुसार, मवेशियों की ब्रिकी अब ऑनलाइन साइट्स जैसे ओएलएक्स पर होने लगी है। जहां सैकड़ों गाय ब्रिकी के लिए तैयार हैं। यहां मवेशियों के मालिक इन्हें 50 हजार से दो लाख रुपए तक की कीमत में बेच रहे हैं।

बता दें कि बीते सप्ताह पर्यावरण मंत्रालय ने आदेश दिया था कि पशु बाजार में सिर्फ कृषि के लिए मवेशी का व्यापार किया जा सकता है। जैसे जुताई और डेयरी उत्पादन के लिए पुशओं की खरीद-ब्रिकी की जा सकती है। ये नियम पशु क्रूरता के खिलाफ एक कठोर कानून के रूप में सामने आया था।

हालांकि इस मामले में आलोचकों का कहना है कि मोदी सरकार कट्टरपंथी हिंदू समर्थकों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए ऐसा कर रही है। वहीं मंगलवार को मद्रास हाईकोर्ट बैंच ने चार सप्ताह तक के लिए सरकार के आदेश को निलंबित कर दिया है।

गाजीपुर के भीम सिंह जल्द ही अपनी तीन गायों को बेचना चाहते हैं। वो बाजार मूल्यों से 50 फीसदी कम दाम में गायों को बेचने तक को तैयार हैं। उन्होंने फोन पर एक संवाददाता से बात करते हुए कहा कि गायों को और ज्यादा अपने पास रखना खतरनाक साबित हो सकता है।

पिछले दो सालों में गौ हत्या के नाम पर कई मुस्लिम और छोटी जाति के हिंदुओं को गाय बेचने के आरोप में अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।

राजस्थान के भीलवाड़ा में एक शख्स को गोरक्षकों ने पीट-पीटकर मार डाला था। घटना में कथित तौर पर आरएसएस के सदस्य का नाम भी सामने आया था। इससे पहले यूपी के दादरी में अखलाक की हत्या कर दी गई थी।