बकरीद पर कुर्बानी केजानवरों की तेरहवीं मना रहे थे गौरक्षक, पुलिस ने रोककर निकाली सारी हेकड़ी

ईद-उल-जुहा पर होने वाली कुर्बानी का हिंदूवादी संगठन विरोध करते हैं । लेकिन इस बार गौरक्षकों ने एक क़दम आगे बढ़ते हुए कुर्बान किए गए जानवरों की तेरहवीं मनाने की कोशिश की जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया । कुर्बान किए गए जानवरों की तेरहवीं मनाने का ये मामला महाराष्ट्र का है ।

महाराष्ट्र पुलिस ने कथित गौरक्षकों द्वारा बकरीद पर कुर्बान किए गए जानवरों की “तेरहवीं” मनाने से रोक दिया । पुलिस के अनुसार बजरंग दल के स्थानीय कार्यकर्ता यवतमाल जिले वसंद नगर इलाके में “गायों की मौत पर शोक” जताने के लिए इकट्ठा हुए थे । कथित गौरक्षकों ने पितृपक्ष को देखते हुए हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार मारे गये जानवरों की तेरहवीं करना चाहते थे।

पुणे की कट्टरवादी संस्था समस्त हिंदू अगाड़ी के मिलिंद एकबोटे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे । महाराष्ट्र पुलिस को व्हाट्सऐप पर “तेरहवीं” के निमंत्रण बांटे जाने की खबर मिली थी । पुलिस टीम ने आयोजकों से कार्यक्रम रोकने और वहां लगे टेंट वगैरह हटाने के लिए कहा। मिलिंट एकबोटे साल 2014 में शिव सेना के टिकट पर विधान सभा चुनाव लड़ चुके हैं।

मिलिंट के अनुसार दो गायों की “तेरहवीं” कर रहे थे । पुलिस एडीजी बिपिन बिहारी ने कहा कि पुलिस ने व्हाट्सऐप मैसेज देखते ही त्वरित कार्रवाई की। पुलिस के अनुसार उसने राज्य भर के स्वघोषित गौरक्षकों की लिस्ट तैयार की है और इसे जल्द पूरे सूबे में साझा किया जाएगा।

लिस्ट में शामिल कथित गौरक्षकों पर पुलिस नजर रखेगी। पुलिस ने कहा है कि मुस्लिम कारोबारियो का उत्पीड़न रोकने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने की योजना बना रही है। गौरक्षा के नाम पर गौरक्षक मुसलमानों और दलितों को निशाना बना रहे हैं ।गौरक्षकों की मारपीट में कई मुसलमान अपनी जान तक गंवा चुके हैं ।