गांधीनगर: गुजरात के कच्छ जिले में शुक्रवार-शनिवार की रात को रापर तालुका के एक मवेशी-खाने में 65 गायों, बछड़ों की मौत हो जाने की घटना सामने आई थी।
इस घटना के बारे में अंदाजा लगाया जा रहा था कि बाढ़ की वजह से शायद इन मवेशियों की मौत हुई। लेकिन अब पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में सामने आया है कि गायों की मौत की वजह सायनाइड के जहर की वजह से हुई है।
खबर के मुताबिक, घटना रातर कस्बे से करीब 7 किलोमीटर दूर श्री जीवदया मंडल (एसजेएम) के मवेशी-खाने में हुई।
शनिवार रात को वहां काफी बारिश हुई थी। जिसके बाद चरवाहों ने पाया कि कुछ गायें अचानक बेहोश हो जा रही हैं।
इसकी खबर मिलने पर
एसएजेएम के मैनेजर राजेन्द्र कोठारी ने पशु-चिकित्सकों को वहां जांच के लिए भेजा। जिन्होंने वहां पहुंचते ही करीब 80 गायों और बछड़ों का इलाज शुरू कर दिया। लेकिन इनमे से वह सिर्फ 30 को ही बचा पाने में सफल हुए। जबकि 65 की मौत हो गई।
इस मामले में रापर के सरकारी वेटरिनरी ऑफिसर शैलेष चौधरी ने कहा, ”गायों के पोस्टमॉर्टम में पाया गया कि उनकी मौत सायनाइड के जहर की वजह से हुई थी जो कि हरे बाजरे में पाया गया, यह उन्हें शनिवार की दोपहर को खिलाया गया था।
चारे में सायनाइड की मात्रा अधिक थी और उसके बाद मवेशियों का पानी पीना जानलेवा साबित हुआ।