पटना। इमारते शरिया बिहार के स्थापना दिवस के मौके पर ‘मौजूदा हालात और हमारी जिम्मेदारियां’ के शीर्षक से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जहां देश की मौजूदा हालात पर बात की गई वहीं इमारते शरिया के मक़सद पर भी रौशनी डाली गई।
इमारत के महासचिव ने विशेष रूप से मोब लिंचिंग के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इसे एक समस्या बनाया गया है। इमारत ने सरकार से अपील की है कि इस विवाद को हल करने के लिए गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया जाए।
इमारते शरिया बिहार की ओर से देश के मुसलमानों के धार्मिक मामलों के साथ साथ उनकी शिक्षा और सामाजिक मुश्किलों को हल करने के संबंध में लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाता रहा है। इमारत के कार्यक्रम में सभी संप्रदाय के लोगों ने भाग लिया। जमाते इस्लामी ने कहा कि देश का मुसलमान डर के माहौल में जीने को मजबूर है। जमात के अनुसार इस समस्या के समाधान के लिए राज्य व्यापी स्तर पर आंदोलन की जाएगी, वहीं बुद्धिजीवियों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम वक़्त की अहम जरूरत है।
इमारते शरिया पहले से ही इस साल को ‘शिक्षा जागरूकता का वर्ष’ मनाने का ऐलान कर चुकी है। इमारत के अनुसार वह अपने कार्यक्रम को और अधिक मजबूती के साथ लागू करने की कोशिश कर रही है, साथ ही मौजूदा समस्या को भी इमारत ने अपने आंदोलन का हिस्सा बनाने का ऐलान किया है।