CPI(M) को मुल्क से उखाड़ फेंकना चाहते हैं राहुल

नई दिल्ली, 13 फरवरी: राहुल गांधी CPI(M) को मुल्क से उखाड़ फेंकना चाहते हैं। त्रिपुरा में 14 फरवरी को होने वाले असेंबली इंतेखाबात से पहले एक जलसे से खिताब करते हुए कांग्रेस नायब सदर ने कहा कि जिस तरह से लेफ्ट पार्टी को केरल और पश्चिम बंगाल से बाहर कर दिया गया है, उसी तरह इसे CPI (M) को हिंदुस्तान से बाहर करने का वक्त आ गया है। उन्होंने त्रिपुरा में ‘आम आदमी’ की हुकूमत बनाने की दरखास्त की।

बीजेपी सदर राजनाथ सिंह ने इल्ज़ाम लगाए थे थी कि पार्लियामेंट में कांग्रेस और CPI (M) एक-दूसरे से मिले हुए हैं। इस पर तब्सिरा करते हुए राहुल ने कहा कि ऐसे इल्ज़ाम लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस और माकपा CPI (M) की मिलीभगत है। मगर मैं यहां वाजेह करना चाहूंगा कि हमारी सोच न सिर्फ माकपा CPI (M) को इक्तेदार से हटाने की बल्कि उसे हिंदुस्तान से उखाड़ फेंकने की है।

राहुल ने कहा, ‘हम ऐसी हुकूमत चाहते हैं जो लोगों के करीब हो और जो रियासत में खशहाली ला सके। जो आदिवासियों और गैर आदिवासियों की परेशानियो के तरफ से जवाबदेह हो।’ राहुल ने वादा किया कि अगर रियासत में उनकी पार्टी की हुकूमत बनी तो कांग्रेस के इंतेखाबी मंशूर में किए गए सभी वादों को पूरा किया जाएगा। हुक्मरान माकपा के तरफ से कांग्रेस के इंतेखाबी मंशूर को ‘धोखे का दस्तावेज’ करार दिए जाने पर राहुल ने कहा कि यह मुस्तक्बिल और खुशहाली के लिए है।

राहुल ने कहा, ‘अगर हुक्मरान माकपा ( CPI (M) ) गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों की परेशानियों को लीकर इतनी ही संज़ीदा है तो फिर इतनी बेरोजगारी क्यों है? हिंदुस्तान तरक्की और खुशहाली की ओर बढ़ रहा है और त्रिपुरा पीछे की ओर जा रहा है।’ उन्होंने इल्ज़ाम लगाया कि मरकज़ी हुकूमत त्रिपुरा की तरक्की के लिए रकम भेज रही थी, जिसे माकपा ( CPI (M) ) के पार्टी फंड की ओर मोड़ दिया जाता है।