भारत में ‘हिन्दू पाकिस्तान’ बनने से रोकना होगा: सीताराम येचुरी

भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगाँठ पर सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने राज्य सभा में “भारत में हिन्दू पाकिस्तान” बनने देने के प्रति आगाह किया।

येचुरी ने इस मौके पर संसद में “नवउदारवादी सुधार छोड़ो” और “सांप्रदायिकता छोड़ो” का आयोजन करने के सलाह देते हुए कहा कि हमें ये बात नहीं चाहिए कि भारत छोड़ो आंदोलन में हिन्दू, मुस्लिम, दलित, ब्राह्मण और राजपूत और अन्य धर्म, जाति के लोगों ने मिलकर भाग लिया था।

हमारी इसी एकता के कारण ही हमें आजादी मिल पाई। आज देश में भारत छोड़ो आंदोलन की बरसी मनाई जा रही है। लेकिन मकसद क्या है?

उन्होंने कहा कि पहले तो हमें देश में बेरोजगारी बढ़ाने वाली नवउदारवादी नीतियों को छोड़ना होगा, जिनसे गरीबी बढ़ी है और देश में अमीर और गरीब के बीच खाई चौड़ी हुई है।

इन नीतियों की वजह से आने वाले वक़्त के लिए दो तरह का भारत बनाया जा रहा है एक गरीब के लिए दूसरा अमीर के लिए। “क्या 1947 में हमने ऐसे ही भारत का सपना देखा था?

पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लिए 1942 से 1947 तक का पांच साल का समय काफी महत्वपूर्ण था। उन्होंने साल 2017 से 2022 तक के लिए कुछ लक्ष्य भी निर्धारित किए हैं। लेकिन यही वो 5 साल हैं जिसमें हमने देश का बंटवारा होते हुए देखा, उस दौरान सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हुआ।

येचुरी ने कहा कि “अगर आप उन सालों को याद कर रहे हैं तो इस वक्त भी एक अपशकुनसूचक बादल दिख रहे हैं।”