गाजियाबाद- 18 महीने से ग़ायब मोहम्मद जैद की लकड़ी के बॉक्स में मिली लाश, मचा हड़कंप

गाजियाबाद : गाजियाबाद में 4 साल के मासूम का शव घर की छत पर लड़की के बॉक्स में मिलने से हड़कंप मच गया है। पिछले 18 महीने से मोहम्मद जैद लापता था और उसका अपहरण कर लिया गया था। जिसका शव आखिरकार उसके घर के पड़ोस की छत पर मिला है। मोहम्मद जैद साहिबाबाद के शमशाद गार्डेन इलाके में रहता था, जहां उसके घर के बगल में रविवार को छत पर लकड़ी के बॉक्स में उसका शव मिला।

जैद 1 दिसंबर 2016 से लापता था। जिस वक्त वह घर के बाहर खेल रहा था, उसी दौरान उसका अपहरण कर लिया गया था। इस दौरान वह स्कूल की ड्रेस में था। जैद के पिता नजर मोहम्मद जोकि बार्बर शॉप चलाते हैं का कहना है अपहरण के तुरंत बाद उन्हें फिरौती के लिए फोन आया था। इस मामले में पुलिस ने दो अपहरणकर्ता इरफान और आफताब को गिरफ्तार किया था, लेकिन बावजूद इसके जैद का पता नहीं लग सका। इरफान और आफताब इस समय जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट भी फाइल कर दी है।

पुलिस ने बताया कि जैद का शव पहली बार उसके बड़े भाई जुनैद (8) ने देखा, जब वह घर की घत पर गेंद को ढूंढ रहा था। यह लकड़ी का बक्सा पड़ोसी मोहम्मद मोमीन का है। जैद के चचेरे भाई छोटे ने बताया कि जैसे ही हमे शव के बारे में पता चला तुरंत शव को नीचे लाया गया और परिवार को इसकी जानकारी दी गई। पहले किसी ने भी जुनैद की बात का भरोसा नहीं किया और उसे गंभीरता से नहीं लिया, लोगों ने कहा कि वह गुड़िया की फोटो फोन में लेकर आए। लेकिन जब वह फोटो लेकर आया तो किसी ने उसे नहीं देखा। रविवार की सुबह जब हमने फोटो को देखा तो दौड़ते हुए छत पर गए और शव को देखा।

पुलिस की जांच पर सवाल

जैद के शव को घुमाकर बक्से में रखा गया था। यह बक्सा दो फीट उंचा और ढाई फीट चौड़ा है, जिसमे शव को मोड़कर रखा गया था। जैद बक्से में स्कूल ड्रेस में ही था। बच्चे का शव बक्से में मिलने के बाद पुलिस की जांच पर सवाल खड़ा हो गया है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि शव को 18 महीने से बक्से में रखा गया है या फिर कुछ दिन पहले रखा गया है। सीनियर सुप्रीटेंडेंट वैभव कृष्णा ने बताया कि इस मामले में कई संभावनाएं हैं, हम इसकी जांच कर रहे हैं। पहले बच्चे के डीएनए को मैच कराया जाएगा कि क्या यह वही शव है जो लापता था। दो आरोपी जो जमानत पर बाहर हैं उनसे पूछताछ की क जाएगी और ऑटोप्सी कराई जाएगी।