CRPF के काफिले पर हमला: आतंकीयों के हौसले बुलंद कैसे, किसके सह पर हुआ हमला?

भारतीय कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में सीआरपीएफ के काफिले हुए कार बम हमले में कम से कम 42 जवानों की मौत हो गई है। सितंबर 2016 के बाद यह भारतीय सुरक्षाकर्मियों पर सबसे बड़ा हमला है।
भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस को निशाना बनाया।

भारतीय मीडिया के मुताबिक विस्फोटकों से लदी एक कार सीआरपीएफ के जवानों को ले जा रही बसों के पास पहुंची और उसमें धमाका हो गया। श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर जा रही एक बस धमाके की चपेट में आई।

भारत के पूर्व सेनाध्यक्ष और मौजूदा विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह के मुताबिक धमाके में 18 जवानों की जान गई। बाद में यह संख्या बढ़ गई। भारतीय न्यूज चैनल एनडीटीवी के मुताबिक 30 से ज्यादा जवान जख्मी हैं। कुछ की हालत बहुत गंभीर बताई जा रही है।

डी डब्ल्यू हिन्दी पर छपी खबर के अनुसार, जम्मू कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “राजमार्ग पर एक चलती कार के भीतर आईईडी लगाया गया था और जब कार सीआरपीफ बस के समीप पहुंच गई तो उसमें विस्फोट कर दिया गया।

बस जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहे सीआरपीएफ काफिले का हिस्सा थी।” रिपोर्टों के मुताबिक आतंकियों ने कार बम धमाका करने के बाद बस पर ऑटोमैटिक हथियारों से गोलियां भी बरसाईं।

राज्य के गवर्नर सत्यपाल मलिक के मुताबिक हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली है। खुद को जेईएम का प्रवक्ता बताने वाले एक व्यक्ति ने स्थानीय समाचार एजेंसी जीएनएस को दिए एक बयान में कहा कि यह संगठन द्वारा किया गया एक आत्मघाती हमला था।

भारतीय कश्मीर में 1980 के दशक से आतंकवाद फैला हुआ है। सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच छिड़े इस संघर्ष में अब तक करीब 45,000 लोग मारे जा चुके हैं। मृतकों में आम नागरिकों की भी बड़ी संख्या है।