UP: सरकारी स्कूल में बिजली के नाम पर फर्जीवाड़े का खुलासा

अमरोहा: BSA की ओर से डीएम को सौंपी गई रिपोर्ट में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बिजली के नाम पर हुए फर्जीवाड़े की पोल खुलकर सामने आ गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जिले के 492 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विद्युतीकरण और बिजली फिटिंग का कार्य कराया जाना था। चार ब्लाक क्षेत्रों में मात्र 258 विद्यालयों का विद्युतीकरण कराया गया है, जबकि 357 स्कूलों में बिजली फिटिंग कराई जा चुकी है। अभी गजरौला खंड शिक्षाधिकारी की रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। रिपोर्ट केे मुताबिक पैसा मिलने के चार महीने बाद भी बिजली विभाग की ओर से 234 विद्यालयों में विद्युतीकरण नहीं कराया गया, वहीं शिक्षा विभाग की ओर से 135 स्कूलों में बिजली फिटिंग नहीं कराई गई। ये काम विधानसभा चुनाव से पहले होने थे। डीएम ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सपा सरकार ने विधान सभा चुनाव से पहले जिले के 492 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विद्युतीकरण व बिजली फिटिंग के निर्देश दिए थे। शासन से 14 दिसंबर 2016 को करीब 65 लाख रुपये की भारी भरकम रकम आवंटित कर दी गई। शिक्षा विभाग द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान विद्यालयों में बिजली फिटिंग के नाम कक्षों में मात्र एक बल्ब लगाकर अधिकारियों से वाहवाही लूट ली। लेकिन करीब चार माह बाद अमर उजाला की टीम द्वारा की गई पड़ताल के सब कुछ उल्टा पाया गया। विद्यालयों का न तो विद्युतीकरण कराया गया और न ही बिजली फिटिंग कराई गई। गड़बड़झाले की खबर प्रकाशित होने के बाद जिले के अफसरों में हड़कंप मच गया। डीएम ने बीएसए से दो दिन के अंदर सभी विद्यालयों की रिपोर्ट तलब कर ली गई । बीएसए की रिपोर्ट में स्कूलों में हुए फर्जीवाड़े की पोल खुल गई है।