नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में दलितों और मुसलमानों के खिलाफ नफरत ही नहीं फैलाई जा रही है बल्कि उन पर ज़ुल्म व अत्याचार की हद हो गई है। यही नहीं हिंसा को हवा दी जा रही है और हत्या तक की वारदातें पेश आ रही हैं।
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साथ ही बेकसूर लोगों का इनकाउंटर तक किया जा रहा है। हालिया घटनाओं में इलाहाबाद में एक दलित का पीट पीट कर हत्या और कासगंज में बेकुसूर लोगों की गिरफ्तारियां हो रही हैं। यूपी में हो रही ज़ुल्म व अत्याचार और सुनवाई न होने पर आज दलित के एक प्रतिनिधि मंडल ने केंद्रीय एससी/एसटी आयोग में फरयाद की। साथ ही जनता दल यूनाईटेड (शरद यादव) के नेताओं के साथ एक प्रेस सम्मेलन में मीडिया को दलितों और मुसलमानों के साथ हो रहे अत्याचार को बयान किया।
आज जनता दल यूनाईटेड (शरद यादव) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अली अनवर, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और दिल्ली युनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टर रत्न लाल, इलाहबाद से आये नौजवान एक्टिविस्ट की टीम के प्रमुख अजय सरोज और मुस्लिम एक्टिविस्ट मिस्टर नदीम की मौजूदगी में हुई प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सामने केन्द्रीय एससी/एसटी आयोग को दिए जाने वाले मेमोरंडम की जानकारी डी और इलाहबाद, कासगंज और अन्य क्षेत्रों में दलितों और मुसलमानों के साथ हो रही ज़ुल्म व अत्याचार से संबंधित दस्तावेज़ से रूबरू कराया।
उनका कहना था कि इलाहबाद में 9 फरवरी को दलित नौजवान दिलीप कुमार सरोज का रेलवे में पीटी विजय शंकर सिंह से किसी बात पर कहा सुनी के बाद झगड़ा हो गया, ठाकुर समुदाय के समूह ने दलित सरोज की इतनी पिटाई की कि उसकी 10 फरवरी को मौत हो गई।