देना था रोजगार, बना दिये गये मक़रूज़
बाबूलाल मरांडी की हुकूमत ने बेरोजगार क़बायली नौजवानों के तरक़्क़ी के लिए एक मंसूबा बनायी थी। उस वक़्त बहबूद वज़ीर अर्जुन मुंडा थे। मेसो मंसूबा बंदी के तहत 10 लोगों का ग्रुप बना कर उन्हें ग्रांट पर बस मुहैया की गयी थी। तब नौजवान बह