शकाफत इंसान को मजहब बनाती है
शकाफत इंसान को मजहब बनाती है और तहज़ीब इंसान को वकार बख़्शता है वकार इंसान को तहज़ीब कर दर्स भी देता है। ये बात साबिक़ चीफ़ सेक्रेटरी वीएस दुबे ने कही। वो इतवार को बिहार संस्कृत संजीवनी समाज और एमपी लाइब्रेरी के जेरे एहतेमाम मुनक्कीद,