हीरोइन की उम्र बहुत मुख़्तसर होती है : आशा पारेख
अपने वक़्त की कामयाब और ख़ुसूसी तौर पर मरहूम फिल्मों की मुस्तक़िल हीरोइन कहलाई जाने वाली आशा पारेख यूं तो ज़िन्दगी की 75 बहारें देख चुकी हैं और आज भी फ़िल्मी पार्टीयों में कभी कभी नज़र आजाती हैं। फ़िल्म फ़ाइंडिंग फ़ेनी की ख़ुसूसी स्क्री