कोमा में मुबतला टीचर ज़हूर उद्दीन के लिए इमदाद की अपील
नुमाइंदा ख़ुसूसी—— ज़िंदगी में कब क्या हो जाए इस बारे में किसी को कोई अंदाज़ा नहीं होता। हालात बदलने के लिए चंद लमहात ही काफ़ी हैं। मिनटों में हंसते खेलते घर बर्बाद हो जाते हैं। अमीर, फ़क़ीर और फ़क़ीर अमीर बन जाते हैं लेकिन हरहाल में इंस