नई दिल्ली: लाल मस्जिद तिकोना पार्क वक्फ जायदाद मामले में एल एंड डी और सीआरपीएफ की मिली भगत की वजह से एल एंड डी ओ के जरिये सीपीआरपीऍफ़ को वक्फ संपत्ति को बेचने के संबंध से एक ऐसा पत्र सामने आया है। जिसमें उक्त दोनों विभागों ने इस तरह का प्रकिया इख्तियार किया है, जिस तरह जमीनों पर कब्जा करने वाले लोग आपस में करते हैं।
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
इस पत्र में साफ़ तौर पर कहा गया है कि उक्त खसरा न 359/360 और 368 जो लगभग 23.2 एकड़ है, में मस्जिद, कब्रिस्तान मौजूद हैं जिसको आपने हटाना है। एल एंड डी ओ ने जमीन ऐसे समय में सीआरपीऍफ़ को बेची है जबकि पहले से इस मामले पर अदालत में मुकदमा दर्ज है वह भी 22 लाख रूपये फी एकड़, जबकि वहां का सर्किल रेट ही 350 रूपये फी एकड़ का है।
इस संदर्भ में दरगाह शाह मर्दा की ट्रस्टी अंजुमन हैदरी के जनरल सेक्रेटरी सैयद बहादुर अब्बास नकवी और मजलिस उलेमा ए हिन्द के महासचिव और अन्तर्राष्ट्रीय इलास्मिक प्रीचर मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने दरगाह शास मर्दा में एक प्रेस कांफ्रेंस कर के सरकार की गृह मंत्रालय को चेतावनी दी है कि अगर उक्त वक्फ जायदाद पर सरकारी संस्थानों का कब्जा जा रहा और इसे खाली नहीं किया गया तो जल्द ही दिल्ली की सड़कों पर भाजपा की मोदी सरकार के खिलाफ ज़बरदस्त शांति मार्च निकाला जाएगा जिसमें लाखों लोग शामिल होंगे।