हादसों के बाद घायलों की मदद करने के बजाए आजकल लोग वीडियो बनाते रहते हैं, तमाशा देखते रहते हैं । लेकिन दिल्ली की इस घटना में हमारा सिर शर्म से झुक जाना चाहिए । कश्मीरी गेट आईएसबीटी इलाके में गुरुवार को सड़क हादसे के बाद घायल शख्स 12 घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की ।
हां बेदिल लोगों ने इतना ज़रूर किया कि घायल का मोबाइल फोन, बैग और जेब में पड़े 12 रुपए तक ले गए । डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (नॉर्थ) जतिन नरवाल ने कहा कि उन्होंने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है। नरवाल ने कहा, “घटनास्थल से गायब हुए कीमती सामान से संबंधित धारा भी लगाई गई है।”
पीड़ित का नाम नरेंद्र कुमार है, जो उत्तर प्रदेश के बिजनौर का रहने वाला है। वह पेशे से एक ड्राइवर है। घर में एक पत्नी और तीन बच्चे हैं। दुर्घटना के 12 घंटे बाद सुबह करीब 6 बजे उसे पीसीआर वैन में डालकर करीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे सफदरजंग हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया।
उसके भाई राजकुमार के मुताबिक नरेंद्र जयपुर से बिजनौर लौट रहा था, उसी समय दिल्ली में यह हादसा हुआ। राजकुमार के मुताबिक, “वह आईएसबीटी मंगलवार की शाम 5 बजे पहुंच गया था। वह बिजनौर की बस पकड़ने के लिए सड़क पार कर रहा था, तभी एक तेज रफ्तार कार ने उसे टक्कर मार दी।” जानकारी मिलने पर परिवार तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हुआ।
भाई राजकुमार ने कहा, “उसका सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसने मुझे बताया कि वो पूरी रात सड़क पर पड़ा रहा लेकिन किसी ने मदद नहीं की। टक्कर से उसकी कमर और रीढ़ की हड्डी में चोट आई थी जिस वजह से वह उठ नहीं पा रहा था। कार की टक्कर से उसका मोबाइल और कपड़ों से भरा बैग भी दूर जाकर गिरा था, जिसे राह चलते लोग उठा ले गए। उसे किसी ने पानी भी पिलाया, लेकिन उसी शख्स ने यह कहते हुए जेब में पड़े 12 रुपए निकाल लिए कि कुछ भी मुफ्त में नहीं मिलता।”