अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एम टेक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के होनहार छात्र मुहम्मद सलीम का कहना है कि दिल्ली मेट्रो का परिचालन शुरू हुए अभी महज़ 19 साल ही हुए है लेकिन इतने कम समय में ही दिल्ली मेट्रो ने जो उपलब्धि हासिल की है वो हक़ीक़त मे क़ाबिले तारीफ़ है।
दिल्ली मेट्रो पूरे विश्व की पहली ऐसी मेट्रो है जिसे संयुक्त राष्ट्र ने ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन कम करने के लिए कार्बन क्रेडिट का प्रमाण दिया है।
लन्दन मेट्रो जो की पिछले 100 वर्षों से कार्यरत है उसके मुकाबले दिल्ली मेट्रो 2020 तक अपने पटरियों के बिछाये हुए जाल से उसे भी पीछे छोड़कर 413 किमी के आंकड़े को पार कर लेगी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है।
यही वजह है कि दिल्ली मेट्रो की सफलता को देखते हुए भारत की दूसरी मेट्रो लखनऊ, नोएडा, जयपुर,कोच्ची आदि दिल्ली मेट्रो की देख रेख मे कार्य कर रही है। इससे मेक इन इंडिया को भी बहुत बढ़ावा मिला है।
भारत सरकार को चाहिए कि हमारे देश के दूसरे राजकीय कार्यालय व् विभाग जो कि बहुत धीरे गति से कार्य करते है उन्हें भी दिल्ली मेट्रो की प्रगति से सबक लेना चाहिए और निरन्तर आगे बढ़ते रहना चाहिए।
जब सभी सरकारी विभाग व कार्यालय दिल्ली मेट्रो की तर्ज़ पर निष्ठापूर्वक निरन्तर अपने सम्पूर्ण कार्यो को अंजाम देंगे तभी हम विकास के मार्ग पर अग्रसर रहेंगे और जल्दी ही हमारा भारत विकसित देशों में शुमार हो सकता है।