जेएनयू के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनावों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) को बड़ा झटका लगा है । कांग्रेस की स्टूडेंट विंग NSUI ने डीयू में जोरदार वापसी की है।
NSUI ने ABVP के दबदबे को खत्म करते हुए प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट पद पर कब्जा कर लिया। वहीं ABVP सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी की सीट बचाने में कामयाब रही।
ABVP चार साल से अध्यक्ष पद पर काबिज थी। इस जीत के बाद कांग्रेस में खुशी की लहर है । कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने छात्रसंघ चुनाव में मिली इस कामयाबी को बड़ी जीत करार दिया है।
बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे!Spectacular victory of @nsui in #DUSU.Big jolt for #BJP's #ABVP. Goondagardi in the name of nationalism rejected https://t.co/yNfkpagz0F
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) September 13, 2017
बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच किंग्सवे कैंप के पास एक सामुदायिक सभागार में दिल्ली विश्विद्यालय छात्र संघ चुनावों (DUSU) के मतों की गिनती हुई। NSUI के रॉकी तूशीद ने अध्यक्ष पद जीतकर ABVP के चार साल के दबदबे को खत्म कर दिया।
DUSU अध्यक्ष पद के लिए मुख्य उम्मीदवारों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के रजत चौधरी, NSUI के रॉकी तूशीद, AISA की पारल चौहान, निर्दलीय उम्मीदवार राजा चौधरी और अल्का शामिल थे।
मंगलवार को हुए DUSU चुनाव में कुल 43 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। पिछले साल ABVP ने तीन पदों पर जीत दर्ज की थी, जबकि एनएसयूआई ने वापसी करते हुए संयुक्त सचिव का पद अपने नाम किया था।
अध्यक्ष पद के लिए कुल 24 उम्मीदवार मैदान में थे। उपाध्यक्ष पद के लिए 10, सचिव के लिए पांच और जॉइंट सेक्रटरी के लिए 5 उम्मीदवर चुनाव लड़ रहे थे। इस बार चुनाव के लिए 40 मॉर्निंग कॉलेजों में ईवीएम लगे थे। इस बार छात्रसंघ के चुनाव में कुल 1.32 लाख छात्रों ने वोट डाला।