नई दिल्ली: तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने की सरकार की कोशिशों के खिलाफ जारी संघर्ष के बीच रज़ा अकेडमी की निमंत्रण पर अहले सुन्नत ने ठीक संसद सत्र शुरू होने से पहले कल यहाँ पार्लिमेंट स्ट्रीट पर विरोध धरना प्रदर्शन किया और तीन तलाक के खिलाफ कानून लाने के प्रक्रीया को असंवैधानिक करार देते हुए लोकसभा में स्वीकृत बिल को वापस लेने की मांग किया।
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रज़ा अकेडमी की अपील पर देश के अधिकतर हिस्सों से आये हुए अहले सुन्नत के उलेमाओं ने जन्तर मंतर के पास पार्लिमेंट हाउस के पास सुरक्षा शरियत के नाम से धरना दिया। जिसमें ख़िताब करते हुए सभी उलेमा ने तीन तलाक बिल पर सरकार के खिलाफ खुलकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर किया।
धरना का नेतृत्व करते हुए अकेडमी के महासचिव मोहम्मद सईद नूरी और मशहूर आलिमे दीन मौलाना यासीन अख्तर मिस्बाही ने संयुक्त रूप से कहा कि आज से संसद सत्र शुरू हो रहा है, हम भी अपने उलेमा ए किराम के साथ हाउस के बाहर बैठे हुए हैं और सरकार को आगाह कर रहे है कि वह बिल को वापस ले क्योंकि यह बिल हमें किसी भी तरह मंज़ूर नहीं, इसमें बहुत सारी कमियां हैं।