नोटबंदी को लेकर एक बार फिर कांग्रेस के निशाने पर केंद्र सरकार है । पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहाकि अब मोदी सरकार को अपनी गलती मान लेनी चाहिए । चिदंबरम से पहले पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने भी नोटबंदी पर सवाल उठाए थे ।
मीडिया से बातचीत में चिंदबरम ने कहा कि ‘नोटबंदी एक गलत फैसला था जिसे सरकार को अब स्वीकार कर लेना चाहिए। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की रिपोर्ट में वह सच सामने आया जिसका जिक्र मैंने 6 महीने पहले किया था।’
#DeMonetisation was a wrong decision and the government should have the courage to accept it: P.Chidambaram pic.twitter.com/lelZzbpuSi
— ANI (@ANI) September 9, 2017
आरबीआई ने कुछ दिन पहले नोटबंदी के आंकड़ों की रिपोर्ट देश के सामने रखी थी। जिसमें बताया गया था कि इस फैसले से 99 फीसदी पुराने नोट वापस आए जिनकी वैल्यू 15.44 लाख करोड़ है।
नोटबंदी के बाद सिस्टम का लगभग सारा पैसा बैंकों में वापस आ गया। वहीं नोटबंदी के बाद नए नोटों की छपाई पर हुए खर्च के बारे में बताया कि इन्हें छापने में अब तक सरकार के 7,965 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं ।
आरबीआई की रिपोर्ट ने सरकार के उस दावे को झुठला दिया था, जिसमें कहा गया था कि नोटबंदी से काला धन जमा करने वाले लोगों की राशि की कोई कीमत नहीं रहेगी औऱ वो नोट रिजर्व बैंक के पास वापिस नहीं आऐंगे, जिससे काले धन में कमी होगी लेकिन आरबीआई के आंकडें तो बतातें हैं कि केवल 1.04 प्रतिशत नोट वापिस नहीं आए।