ईरान में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट

ईरान में सरकार के खिलाफ लोग सड़कों पर हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग बेरोजगारी और महगांई के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं और इसका अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर समर्थन किया है।

किसी भी मुल्क में ऐसे प्रदर्शन होना आम बात है। भारत में तो शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता हो जिस दिन इस तरह के विरोध प्रदर्शन नहीं होते हों और दौरान पुलिस प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए लाठीचार्ज भी करती है और फायरिंग करने से भी वह पीछे नहीं हटती है लेकिन दुनिया के किसी भी मुल्क से इसको लेकर कोई बयान नहीं आता है क्योंकि इसको मुल्क के अंदरूनी मामलों में दखलंदाजी माना जाता है।

अमरीका के हुक्मरान खुद को दुनिया भर के नेता समझते हैं इसलिए वे मुस्लिम देशों के अंदरूनी मामलों में दखलंदाजी देने को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं। अब अमरीका संयुक्त राष्ट्र की बात को भी ठेंगा दिखा रहा है और ईरान में सरकार के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रहा है।

पिछले सप्ताह मंगलवार को शुरू हुआ आंदोलन अब धीरे-धीरे उग्र रूप ले रहा हैं। ईरान में साल 2009 के बाद सरकार के खिलाफ यह अब तक का सबसे उग्र जनादोंलन माना जा रहा है। उस दौरान भी अमेरिका ने प्रदर्शन का समर्थन किया था।

अमेरिका इस प्रदर्शन का समर्थन कर दुनिया को यह बताना चाहता है कि लोग इस्लामी हुकूमत से ऊब गए हैं। किसी भी देश में ऐसे विरोध प्रदर्शन होना कोई गलत बात तो नहीं है बल्कि यह तो एक मजबूत लोकतंत्र का हिस्सा है। अमरीका इस्लामी देशों का अंदरूनी मामलों में लगातार दखल कर रहा है जो गलत है।