पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ से बचने के लिए अन्य जानवरों के अलावा सैकड़ों की संख्या में गेंडे की दुर्लभ प्रजाति पास के इलाकों में भाग रहे हैं। जिसे शिकार करने का जोखिम भी उठाना पड़ता है।
अधिकारियों के मुताबिक शिकारियों को ऐसे परिस्थितियों का इंतजार करना पड़ता है। जब वे अपने ठिकानों से आश्रय के लिए उच्च आधार पर बाहर निकलते हैं।
सबसे ज्यादा प्रभावित असम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान है। जो बारिश के कारण आई बाढ़ से ब्रह्मपुत्र नदी में बह रहा है। यह पार्क दुनिया के शेष एक सींग वाले गैंडों की सबसे बड़ी एकाग्रता का घर है।
रिपोर्ट के मुताबिक असम में बाढ़ की वजह से पार्क के 58 जानवरों की मौत हो गई है। जिनमें से तीन एक सींग वाले गैंडे बछड़े भी शामिल हैं। पार्क हाथियों, भारतीय सूअर, हिरण और जंगली भैंस का घर है। तीन गैंडे के बछड़े डूब गए हैं जबकि 45 हिरण के मर जाने की खबर है। पार्क के निदेशक सत्येंद्र सिंह ने कहा कि ब्रह्मपुत्र में पानी का स्तर इस सप्ताह के अंत तक नीचे आने की संभावना है, बशर्ते कि कोई भारी बारिश न हो।