पाकिस्तान से आया था PM नरेंद्र मोदी के लिए सी-प्लेन !

गुजरात चुनाव में दूसरे दौर के प्रचार के आखिरी दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सी-प्लेन में साबरमती रिवरफ्रंट से धरोई डैम की उड़ान को मुख्यधारा के मीडिया ने मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए मोदी की अनूठी सोच और  विकास पर उठाये जा रहे राहुल गाँधी के सवालों का  जवाब देने के लिए लाजवाब कदम ,  मास्टर स्ट्रोक करार दिया. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में इसे एक ‘विरल, अविस्मरणीय अनुभव’ बताया. मोदी ने ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक अपना यह अनुभव साझा करने के लिए हिंदी, अंग्रेजी के अलावा गुजराती में भी ट्वीट किया.

 आनन फानन में मोदी की इस उड़ान के वीडियो को ‘हूँ छू विकास, हूँ छू गुजरात’ के नारे से जोड़ दिया गया और व्हाट्सएप्प पर ये दनादन बीजेपी समर्थकों के बीच पहुँचने भी लग गया

लेकिन सोशल मीडिया ने इस सी-प्लेन शो को ‘पब्लिसिटी स्टंट’ की तरह देखा . प्रधानमंत्री मोदी की  इस उड़ान को देश की पहली सी प्लेन उड़ान बताये जाने पर  फेसबुक, ट्विटर पर आई प्रतिक्रियाओं से कुछ दिलचस्प बातें निकल कर आयीं.

कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे देश की पहली सी प्लेन उड़ान बताये जाने पर चुटकी ली और अंग्रेजी में अपने ट्वीट में कहा- “अंडमान में 2010  में और केरल में 2015  में यह सेवा शुरू की जा चुकी है लेकिन  बीजेपी और मोदी के अफ़साने में तथ्यों को कभी भी आड़े नहीं आने देना है .”  पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल पटेल ने ट्वीट करके याद दिलाया कि सी प्लेन सेवा का उद्घाटन उन्होंने ही किया था.

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष और स्वराज अभियान के नेता प्रशांत भूषण ने भी ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा.

मशहूर टीवी पत्रकार रवीश कुमार ने फेसबुक पर लिखा,” भारत की चुनावी राजनीति में पहली बार सी-प्लेन ने गुजरात के चुनावों में उड़ान भरी है। समय नहीं मिला होगा वरना इसरो से कहा जाता कि अहमदाबाद से सूरत के बीच राकेट ही छोड़ दे जिस पर बैठकर एक पार्टी के सारे उम्मीदवार दस मिनट में पहुंच जाएं। 2019 में उम्मीद कर सकते हैं कि इसरो अब ऐसा राकेट बना देगा जिस पर बैठकर नेता लोग सीधे अपने मंचों पर ही लैंड कर जाएंगे। जनता तमाशा देखकर नाच उठेगी और फिर उसे नाचते देख टीवी वाले झूम उठेंगे। आमीन।“

 

सबसे दिलचस्प रहा यह तथ्य कि प्रधानमंत्री मोदी को लेकर जिस सी प्लेन ने उड़ान भरी थी वह पाकिस्तान के कराची से मुंबई होते हुए साबरमती के तट तक पहुंचा था.

यह देखना दिलचस्प होगा कि एक ऐसे चुनाव प्रचार में जहाँ खुद प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर गुजरात चुनावों में पाकिस्तान से गुपचुप मंत्रणा का खुले आम चुनाव मंच से आरोप लगाया हो,  विपक्ष इस जानकारी का किस तरह इस्तेमाल करता है.

साभार- इंडिया संवाद