चिठ्ठी का जवाब न देने पर मोदी सरकार के खिलाफ होगा आंदोलन: अन्ना हजारे

नई दिल्ली: जनलोकपाल और किसानों के मुद्दों को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे बार फिर सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं। लोकपाल आंदोलन का चेहरा रहे हजारे ने बताया कि उन्होंने आंदोलन शुरू करने के लिए अगले साल का 23 मार्च की तारीख चुनी है, क्योंकि उस दिन ‘शहीद दिवस’ मनाया जाता है।

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रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के रालेगण सिद्धि गांव में समर्थकों को संबोधित करते हुए हजारे ने कहा कि ‘जनलोकपाल, किसानों की समस्या और चुनाव में सुधारों के लिए यह एक सत्याग्रह होगा। उनहोंने कहा कि वह इन मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को खत लिखते रहे हैं, लेकिन उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से अभी तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले 22 वर्षों में कम से कम 12 लाख किसानों ने आत्महत्या की है। मैं जानना चाहता हूं कि इस कालखंड में कितने उद्योगपतियों ने आत्महत्या की।

वहीँ भाषा की एक रिपोर्ट के अनुसार हजारे के एक सहयोगी ने बताया कि मोदी सरकार ने लोकपाल की नियुक्ती नहीं की है।जबकि हजारे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए जनलोकपाल का गठन करने की मांग करते रहे हैं।

बता दें कि हजारे इसके लिए साल 2011 में 12 दिन का अनशन किया था, जिसपर यूपीए सरकार ने उनकी मांगो को सैद्धांतिक तौर पर स्वीकार कर लिया था। इसके अलावा हजारे ने फिर से अनशन किया था, जिसके बाद संप्रग (यूपीए) सरकार ने लोकपाल विधेयक पारित भी किया था।