जवान ने सेना पर लगाया जाति के आधार पर भेदभाव का आरोप, कहा- गाली देकर निकाल दिया गया

जम्मू-कश्मीर: देश में धर्म और जाति के आधार पर भेदभाव के मामले आम आदमी की तरफ से तो अक्सर सामने आते रहते हैं। लेकिन अब भारतीय सेना के एक जवान ने अपनी यूनिट पर ऐसा आरोप लगाया है।

इस मामले में जवान ने एक वीडियो जारी की है, जिसमें उसने यूनिट के डाइनिंग हॉल में उसे खाना ना खाने देने की बात कही है।
जवान का कहना है कि उसके साथ जाति के आधार पर भेदभाव किया गया और जातिसूचक शब्‍दों से उसका अपमान किया गया।

इतना ही नहीं इसके बाद उसे धक्के मारकर वहां से बाहर निकाल दिया गया। उसने बताया कि मुझसे ये कहा गया कि तुम नीची जाति से आते हो, इसलिए ऊंची जाति के लोगों के साथ बैठकर खाना नहीं खा सकते।

ये जवान 26 राष्‍ट्रीय राइफल कुमायूं रेजीमेंट में जम्‍मू के किश्‍तवाड़ में तैनात है। इसका नाम जाधव कमलेशभाई गोकुलभाई है, जोकि एक सिपाही की पोस्ट पर है। कमलेशभाई मूल रूप से गुजरात के सोमनाथ का रहने वाला है।

कमलेशभाई ने इस मामले में पीएम मोदी से उसे न्‍याय दिलाने की मांग की है। उसका कहना है कि बचपन से ही मैं सेना में जाना चाहता था। ना मेरा कोई समाज है ना मेरी कोई जाति।

मैंने देश की सेवा करने के लिए इंडियन आर्मी ज्वाइन की थी। मैंने आर्मी के भाईओं के बीच ही रहना चाहता हूँ।

लेकिन दुश्‍मन के गोली मारने का मुझे दुख नहीं होगा जितना मेरा अपमान किए जाने पर हुआ है। मुझे मेरे सीनियर ने कहा कि तू नीची जाति का है। तू अछूत है, चमार है, हरिजन है। जब मैंने उनसे पूछा कि आर्मी रूल बुक में ऐसा कहां लिखा है तो उन्‍होंने मुझे धक्‍का देकर डाइनिंग हॉल से बाहर कर दिया।

जब मैं इस बारे में बताने के लिए अपने कंपनी ऑफिसर के पास गया तो उन्‍होंने भी मुझे कमरे से जाने को कह दिया। उन्‍होंने कहा कि तेरे आने से मेरा कमरा अपवित्र हो गया और इसके बाद सीनियर अफसरों ने मुझे रातभर परेशान किया।