विवादित डिबेट मामला: पहले मौलाना को थप्पड़ जड़ने वाली फ़राह फ़ैज़ के खिलाफ भी दर्ज हुई एफआईआर

हाल ही में एक न्यूज़ चैनल पर डिबेट के दौरान एक मौलाना और एक महिला में झड़प हो गई थी। यह घटना यह जी हिंदुस्तान चैनल पर चल रही लाइव डिबेट के दौरान का है। जिसमे जाने माने आलिम ए दीन मौलाना मुफ्ती एजाज अरशद कासमी और सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता एडवोकेट फराह फ़ैज़ मौजूद थी। इस बीच दोनों में बहस हुई और मामला हाथापाई तक पहुँच गई। जिसके बाद मौलाना के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।

मिल्लत टाइम्स के मुताबिक, एडवोकेट फराह फ़ैज़ के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हो गई हैं। आरोप है कि फराह फैज़ ने मौलाना पर पहले हमला करते हुए उन्हें थप्पड़ मारा। जिसके बाद प्रतिक्रिया में अपनी रक्षा करते हुए मुफ्ती एजाज अरशद कासमी ने भी फराह फैज़ को थप्पड़ लगा दिया। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने कासमी को गिरफ्तार करके उन पर एफआईआर दर्ज कर ली थी। लेकिन अब पुलिस द्वारा फराह फैज़ के खिलाफ भी काउन्टर एफआईआर दर्ज किया गया है।

हालांकि जी हिंदुस्तान ने इस बात को छुपाने की कोशिश की कि मौलाना ने ही पहले महिला पर हमला किया था। वीडियो में बहसबाजी के दौरान हुए मारपीट को अगर गौर से देखा जाये तो यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि महिला ने पहले मौलाना को थप्पड़ जड़ दिया जिसके बाद मौलाना ने खुद का बचाव करते हुए महिला को थप्पड़ लगा दिया।

https://youtu.be/XfwKuc2Zsk0

वहीँ दूसरी ओर इस घटना के बाद से ही सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है। कुछ लोग सवाल कर रहे है कि पहले हमला महिला द्वारा किया गया था, तो फिर मुफ्ती एजाज अरशद कासमी जिम्मेदार कैसे हुए? क्या एक औरत को किसी मर्द पर हाथ उठाने का हक है? तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मुफ़्ती अरशद कासमी को न्यूज़ चैनल पर डिबेट के लिए जाना ही नही चाहिए था।

इसके अलावा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने खुद को इस मसले से पूरी तरह अलग कर लिया है। उन्होंने ट्विट करके ऐलान किया कि मुफ्ती एजाज अरशद कासमी बोर्ड के प्रवक्ता नहीं है और ना ही बोर्ड की ओर से टीवी डिबेट पर जाते हैं वह अपने मामले के लिए खुद जिम्मेदार हैं।