देश में आम चुनावों का बिगुल बजने से पहले भाजपा पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बजट में आंध्र प्रदेश की अनदेखी पर खफा तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) अपनी सहयोगी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है। पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू आज अपने सांसदों के साथ बैठक कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक नायडू बैठक में फैसला लेंगे कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ गठबंधन में बने रहें या इसे खत्म कर दिया जाए। बैठक नायडू के ही घर पर हो रही है। बैठक में शामिल होने पहुंचे सांसद बी. रविंदर रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री जो भी कहेंगे, हम उसके लिए तैयार हैं।
टीडीपी के एक सांसद ने कहा, पिछले साढ़े तीन साल से हम अपनी मांगें उठा रहे हैं। इस बार हमें उम्मीद थी कि बजट में सरकार आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा और स्पेशल पैकेज देगी लेकिन सरकार ने कुछ नहीं दिया।
बजट से आंध्र प्रदेश के लोग खुद को उपेक्षित-सा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमें 2019 के चुनाव में उतरना है, तो हमें उन मुद्दों को उठाना होगा, जिनका निपटारा केंद्र सरकार ने नहीं किया।
टीडीपी के सांसद टीजी वेंकटेश का इस पर कहना है कि अगर भाजपा हमारी मांगे पूरी कर देती है तो यह दोस्ती बरकरार रहेगी नहीं तो अलग होने का विकल्प तो पार्टी के पास है।