बीआरडी मेडिकल कालेज में पिछले साल ऑक्सीजन की कथित कमी की वजह से बच्चों की मौत होने के सिलसिले में कार्रवाई का सामना करने वाले डॉ कफील 28 अप्रैल को जेल से रिहा हो गए । जब डॉ कफील खान से उनके आगे के भविष्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनका भविष्य अब सिर्फ योगी आदित्य नाथ पर निर्भर है।

बता दें कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में डॉ खान नोडल अधिकारी थे। उनपर 100 बेड वाले चाइल्स वार्ड की जिम्मेदारी थी। अदालत ने बाहर आने के बाद डॉ कफील का हुलिया बदला हुआ था। उन्होंने दाढ़ी बढ़ा रखी थी। अपने परिवार वालों से मिलकर डॉ कफील की आखों से आंसू निकल पड़े।
Mentally tired, emotionally drained & physically sick but there's a sense of relief that I'm back to my family after 8 months. Gorakhpur jail has a capacity of 800 but total people staying there are around 2000: Dr. Kafeel Khan on returning home after getting bail #Gorakhpur pic.twitter.com/h5l1sRGfWq
— ANI UP (@ANINewsUP) April 28, 2018
डॉ कफील खान ने जेल से बाहर आने के बाद कहा कि माननीय उच्च न्यायालय ने स्पष्ट कहा है कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है । पिछले आठ महीने में उनके परिवार ने क्या कुछ सहा है, सबको पता है।
Congratulations to all doctor fraternity for the bail of Dr Kafeel Khan who was made scapegoat & under trial for The administrative lapses by @myogiadityanath government. We also hope bail for Dr Rajeev & Poonam Misra on 30th and 1st, then it will be complete justice #Gorakhpur pic.twitter.com/kD7owzNzfF
— Harjit Singh Bhatti (@DrHarjitBhatti) April 25, 2018
उन्होंने कहा, ”मुझे पता नहीं कि मेरी गलती क्या है । कोई पिता, कोई डाक्टर और कोई हिन्दुस्तानी क्या ऐसा कर सकता है । कभी नहीं ।”
That day what I did was something that a father, doctor & a true Hindustani would've done. My job was to treat the children there I did extra work of arranging oxygen cylinders as liquid oxygen had got finished: Dr. Kafeel Khan on returning home after getting bail #Gorakhpur pic.twitter.com/CyN9sQcKtl
— ANI UP (@ANINewsUP) April 28, 2018
जब उनसे आगे की योजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मेरी भविष्य की योजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निर्भर करती है, यदि वह मेरा निलंबन वापस ले लेते हैं तो मैं लोगों की सेवा करने के लिए फिर से अस्पताल ज्वाइन कर लूंगा।” यह पूछे जाने पर कि घटना के लिए दोषी कौन है, खान ने कहा कि वह इसका जिक्र अपने पत्र में कर चुके हैं ।
समाचार एजेंसी एएनआई से उन्होंने कहा, “मैं मानसिक रूप से थक चुका हूं, मुझे भावनात्मक चोट पहुंची है, मैं शारीरिक रूप से बीमार हूं, लेकिन मुझे संतोष है कि महीनों बाद मैं वापस आया हूं और परिवार वालों से मिल रहा हूं।”