पशुओं की ख़रीद-फ़रोख्त पर बैन के मोदी सरकार के फैसले के ख़िलाफ़ गृहमंत्री राजनाथ सिंह के मिज़ोरम दौरे के दौरान बीफ पार्टी आयोजित की गई, जिसमें 2000 से अधिक लोग शामिल हुए।
बीफ पार्टी वनापा हॉल में आयोजित की गई थी। यह जगह राजभवन से मात्र 200 मीटर की दूरी पर स्थित है। राजनाथ सिंह यहीं राजभवन में एक उच्चस्तरीय बैठक में भारत-म्यांमार सीमा पर सुरक्षा की समीक्षा कर रहे थे।
ख़बर के मुताबिक, यह बीफ पार्टी जोलाइफ नामक एक स्थानीय संगठन ने आयोजित की थी। आयोजकों ने स्पष्ट किया कि यह आयोजन बीफ सेवन को बढ़ावा देने के लिए नहीं था, बल्कि भारतीय संविधान द्वारा नागरिकों को दी गई आजादी को रेखांकित करने के लिए था।
जोलाइफ के सदस्य रमरुआता वर्ते ने कहा, ‘पहले बीफ खाने पर कोई आपत्ति नहीं थी। लेकिन अब हम देख रहे हैं कि हमें हमारे कुछ बुनियादी अधिकारों से वंचित करने की साजिश रची जा रही है। कोई क्या खाता है, यह तय करने का अधिकार खुद उस व्यक्ति का है। इसे थोपा नहीं जाना चाहिए।’
वर्ते ने कहा, ‘मिजोरम में विभिन्न धर्मों के लोग शांति से रह रहे हैं, जिनमें ईसाई बहुसंख्यक हैं। यहां किसी पर ऐसा कोई पाबंदी नहीं है कि वह अपने धर्म का पालन नहीं कर सकता।’
उन्होंने कहा कि बीफ पार्टी केंद्र की अधिसूचना के खिलाफ एक प्रतीकात्मक प्रदर्शन था और लोगों ने बारिश के बावजूद इस आयोजन में हिस्सा लिया।