UPSC में तीसरा स्थान लाने वाले जुनैद अहमद का सफ़र आसान नहीं था!

यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) का रिजल्ट जारी हो गया है। इस परीक्षा में जयपुर के रहने वाले कनिष्क कटारिया ने पहला स्थान हासिल किया है।

वहीं, उत्तर प्रदेश के जुनैद अहमद ने सिविल सर्विसेज 2018 की परीक्षा में ऑल ओवर इंडिया में तीसरा स्थान मिला है। बेटे के कामयाबी से घर में खुशियों का माहौल है और बधाई देने वालों का घर में तांता लगा हुआ है।

ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, बिजनौर के नगीना कस्बे में रहने वाले जुनैद अहमद का घर में खुशी का माहौल है। मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार में रहने वाले जुनैद के पिता जावेद हुसैन पेशे से वकील हैं और मां आयशा रजा गृहिणी हैं। जुनैद की दो बहनें भी हैं, जिन्हें अपनी भाई की सफलता पर गर्व हैं।

जामिया मिल्लिया इस्लामिया की रेजिडेंशियल कोचिंग से तैयारी करने वाले जुनैद का कहना है कि बचपन से मेरी ख्वाहिश थी कि गरीबों के लिए कुछ करूं और घर में जो किसी ने अभी तक नहीं किया मैं वह करके दिखाऊं।

जुनैद अहमद ने बताया कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 60 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की। स्नातक के लिए एक पढ़ाई प्राइवेट विश्वविद्यालय से की। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान मन ये ख्याल आया कि समाज के लिए कुछ करना है।

मन में इस विचार के बाद ही आईएएस बनने की ठानी और लगातार कोशिश करता गया। पिछले चार सालों की तैयारी के बाद, पांचवीं कोशिश में सफल हुआ।

वहीं, यूपी के फिरोजाबाद से अक्षांश यादव और सुरजीत सिंह गौतम ने जिले का नाम रौशन किया है। दोनों छात्रों ने ऑल ओवर इंडिया में 156 और 759वीं रैंक हासिल की है। बच्चों की इस सफलता की खबर मिलते ही परिजन खुशी से झूम उठे। दोनों घरों में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

अक्षांश यादव ने ये सफलता सेल्फ स्टडी से हासिल की है। उनके पिता भूगोल के प्रोफेसर हैं। एमए भूगोल में करने के बाद उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी शुरू की।

बिना किसी कोचिंग सेंटर का सहारा लिए उन्होंने सारा स्टडी मेटिरियल ऑनलाइन हासिल किया और उसे से सेल्फ स्टडी की। बेटे की सफलता पर माता-पिता को नाज है।