लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमों मायावती इन दिनों काफी ज़ोरो शोर से ईवीएम में कथित गड़बड़ी के मामले में साक्ष्य एकत्र करने में जुटी है और बूथ लेबल पर अपने मतदाओं से शपथपत्र ले रही है ताकि ये साबित किया जा सके कि उनका वोट बीएसपी को गया था लेकिन उन वोटों का पता नहीं चला।
मायावती ने उत्तर प्रदेश के चुनाव में ज़बरदस्त हार के बाद ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। मायावती कोर्ट में पूरे साक्ष्यों के साथ जाना चाहती हैं ताकि कोर्ट उनकी याचिका खारिज न करे।
बीएसपी ये सारे काम सतीश चन्द्र मिश्र के अगुवाई में कर रही है बीएसपी उन मामलों में ठोस सुबूत इकट्ठा कर रही है जिन बूथों पर बीएसपी को 10 से 15 वोट मिले हैं। बीएसपी मध्य प्रदेश के उपचुनाव में ईवीएम में कथित गड़बड़ी को भी अपनी याचिका में शामिल करने की तैयारी में है और देश और विदेश के उन तमाम लेखकों की किताबे भी सुबूत के तौर पर एकत्र कर रही है जिन्होने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं।