ओआरओपी के लिए विरोध कर रहे भूतपूर्व सैनिकों को जंतर मंतर से धक्के मार कर निकाल दिया गया| इस पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट के ज़रिए कहा की ये बेहद शर्मनाक घटना है| उन्होंने कहा, “दिल्ली पुलिस द्वारा जंतर मंतर से सशस्त्र बलों के दिग्गजों को निकालने की कार्रवाई शर्मनाक है। पीटीआई रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को ओआरओपी के लिए कर रहे विरोध प्रदर्शन भूतपूर्व सैनिकों को दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर से निकाल दिया गया था| तथा उनके सारे सामानों को नष्ट कर दिया था|
यह सभी पूर्व दिग्गजों एक रैंक वन पेंशन योजना (ओआरओपी) के पतला कार्यान्वयन के खिलाफ विरोध कर रहे थे। दिल्ली पुलिस के इस क्रूरता के लिए पूर्व सैनिकों ने कहा की यह लोकतंत्र में हमारी आवाज को कमजोर करने का प्रयास है। लेकिन हम रुकेंगे नहीं| जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने वाले मेजर जनरल सतबीर सिंह ने पीटीआई से कहा कि एमसीडी अधिकारी करीब 8: 45 पर जेसीबी मशीन के साथ आए और उनके तंबू और अन्य अस्थायी ढांचे को ध्वस्त कर दिया।
उन्होंने कहा हम शांतिपूर्ण रूप से ओआरओपी योजना के कार्यान्वयन की मांग करते हुए विरोध कर रहे हैं। यह लोकतंत्र में हमारी आवाज को गड़बड़ने का प्रयास है| उन्होंने जो किया वह पूरी तरह अनुचित और अन्यायपूर्ण है। हालाँकि इस पर पुलिस ने किसी भी बल का इस्तेमाल करने से इंकार कर दिया एनजीटी ने 5 अक्टूबर को ऐतिहासिक जंतर मंतर के चारों ओर सभी विरोधों और ध्वनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था