पूर्व पुलिस कांस्टेबल अब्दुल क़दीर का निधन, दंगाइयों का साथ देने वाले अपने अफसर को मारी थी गोली

हैदराबाद के पूर्व पुलिस कांस्टेबल मोहम्मद अब्दुल कदीर का 15 सितंबर को निधन हो गया है । 1990 के हैदराबाद दंगों में क़दीर ने अपने अफसर असिस्टेंट कमिश्नर सतय्या को गोली मार दी थी । क़दीर का कहना था, ‘मेरे सीनियर अफसर दंगाइयों के साथ थे, और वो हमले करवा रहे थे ।

कदीर ने कहा था कि मदद की दर्दनाक आवाज़ों के कैसेट चला कर अवाम को बाहर बुलाते और उन पर गोली चलाते, चुन चुन कर मुस्लिम घरों पर हमला करते, ये मेरे बर्दाश्त के बाहर था । सतैय्या की हत्या के बाद ही आर्मी बुलाई गयी थी और सीएम को इस्तीफ़ा देना पड़ा था ।

एसीपी सतय्या की हत्या के मामले में दो साल बाद कोर्ट ने अब्दुल क़दीर को दोषी माना और उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई । अब्दुल कदीर के 14 साल जेल में गुज़ारने के बाद उनकी रिहाई के लिए जबरदस्त कैम्पेन चला, लेकिन एसीपी सतय्या के परिवार और दूसरे लोगों की विरोध के चलते कदीर को 25 साल जेल में गुज़ारने पड़े ।

जेल में अब्दुल कदीर दिल और डायबीटीज़ जैसी गंभीर बीमारियों से जूझते रहे । डाइबिटीज की वजह से उनका एक पैर भी काटना पड़ा । हैदराबाद में बड़ी तादाद में मुसलमान अब्दुल कदीर के जनाज़े में शामिल हुए ।

नदीम खान