वर्जीनिया/मैनहट्टन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दो पूर्व करीबियों को धोखाधड़ी के मामलों में मंगलवार को सुनवाई हुई। इनमें ट्रम्प के पूर्व कैंपेनिंग चेयरमैन पॉल मैनफोर्ट को वित्तीय मामलों में दोषी पाया गया। अनुमान है कि मैनफोर्ट को 80 साल की सजा हो सकती है। वहीं, ट्रम्प के पूर्व वकील माइकल कोहेन पर ट्रैक्स सम्बंधी धोखाधड़ी और गलत बयानबाजी आदि मामलों का दोष सिद्ध हुआ। उसे 30 साल की सजा सुनाई जा सकती है।
2016 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान पॉल मैनफोर्ट और माइकल कोहेन डोनाल्ड ट्रम्प के लिए काम करते थे। कुछ समय बाद कोहेन ने ट्रम्प के कई महिलाओं से सम्बंध होने की बात कही थी। वहीं, मैनफोर्ट पर वित्तीय धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए गए थे।
मैनफोर्ट ने उठाया अपने पद का फायदा : अभियोजन पक्ष के वकील ने कहा कि 2010 से 2014 के दौरान मैनफोर्ट ने विदेशी बैंकों में 65 मिलियन डॉलर जमा किए थे। वहीं, 15 मिलियन डॉलर लग्जरी सामान खरीदने में खर्च किए गए। वकील के मुताबिक, मैनफोर्ट ने बैंकों से झूठ बोला था कि 2015 में यूक्रेन के पॉलिटिकल वर्क के लिए उसने 20 मिलियन डॉलर भेजे थे। इसके अलावा आरोपी ने फेडरल अथॉरिटी को विदेशी खातों के बारे में जानकारी नहीं दी। साथ ही, ट्रम्प के चुनावी अभियान के दौरान जिम्मेदार पद का फायदा उठाते हुए फेडरल सेविंग बैंक से लोन भी लिया। कोर्ट मैनफोर्ट को 80 साल तक की सजा सुना सकता है।