हैदराबाद। कैंसर के उपचार के लिए कीमोथैरेपी की महत्ता घटी है। ओनकोलॉजिस्ट डॉ. रघुनाथराव दिगुमरती ने कहा कि 14 लोगों में से एक ही कीमोथैरेपी पद्धति से लाभान्वित हो रहा है। हैदराबाद में हाल ही आयोजित 15वें बायो-एशिया शिखर सम्मेलन में उन्होंने यह विचार रखे।
शिखर सम्मेलन ने कैंसर में अनुसंधान के लिए एक अन्य उपचार के सफल तरीके को समर्पित किया जो अब उपलब्ध हैं। इम्यूनोथैरेपी को कैंसर के उपचार की नई वास्तविकता के रूप में स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि आपको कैंसर कोशिकाओं को हराना या मारना होगा। यही कारण है कि इम्यूनोथैरेपी, जो कि एक प्रतिरक्षा प्रणाली की उत्तेजना है, रोग से लड़ने में मदद करेगी, जो महत्वपूर्ण है।
डॉ. रघुनाथराव ने कहा कि जीनोमिक नमूने के साथ हम ट्यूमर के ऊतकों को देख सकते हैं और कैंसर की सूक्ष्म जीव विज्ञान का अध्ययन कर सकते हैं, इसलिए बेहतर इलाज की आशा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के अवलोकन से कोई भी आनुवंशिक उत्परिवर्तनों को समझ सकता है जिससे बीमारी और नशीली दवाओं के संपर्क में वृद्धि हुई है।