मक्का मस्जिद बम धमाका मामले में आरोपियों को बरी किया जाना इंसाफ की नाकामी: पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया

नई दिल्ली: पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया की केंद्रीय सचिव की ओर से जारी बयान में यह कहा गया कि मक्का मस्जिद बम धमाका मामले में सभी आरोपियों को एनआईए की विशेष अदालत की ओर से बरी किए जाने से, राष्ट्रीय एजेंसी की विश्वसनीयता के संबंध से इस शक को मजबूती मिलती है कि वह भाजपा सरकार के लिए एक राजनीतिक हथियार के तौर पर काम कर रही है।

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मक्का मस्जिद ब्लास्ट जैसे मामले में आरोपियों को सज़ा देना देश के लोकतान्त्रिक भविष्य के लिए बड़ा ही अहम था। यह मुक़दमा उन लगातार बम धमाकों में से एक था, जिन के जरिए हिंदुत्व चरमपंथी ने देश में भय का माहौल बनाने और देश को कमजोर करने की कोशिश की।

उन्होंने न सिर्फ 9 बेगुनाह लोगों की जान ली और 58 लोगों को घायल किया, बल्कि इस मामले को ऐसे पेश किया जैसे यह हमला मुसलमानों ने किया हो। इसके अलावा उन्होंने देश में साम्प्रदायिक भेदभाव पैदा की और इस मामले में बेकसूर मुस्लिम नौजवानों को फंसाने की साजिश की।