केरल में कथित लव जिहाद मामले को राजनीतिक रंग देने पर सुप्रीम कोर्ट ने गहरी नाराजगी जताई है। कल सुनवाई के दौरान इस मामले में कोर्ट में दो वकीलों के बीच बहस हो गई।
दरअसल, मुस्लिम युवक शफीन की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे ने केरल में बीजेपी नेताओं पर सांप्रदायिक माहौल खराब करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।
उन्होंने ये आरोप बजे अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर लगाया है। जिसपर चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने गहरी नाराजगी जताई।
दवे ने कहा था कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने केरल में लव जिहाद के बारे में बोला। जिसके बारे में कोर्ट को जानकारी होना जरुरी है।
उनकी इस बात पर कोर्ट ने कहा कि जब तक किसी राजनीतिक शख्सियत का आचरण इस मामले को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करता है, तब तक इसे यहां से दूर रखें।
इस वक़्त केस से सम्बंधित तथ्यों के बारे में बात की जानी चाहिए,न की उनके बारे में जो इससे संबंधित नहीं है।
वहीं, एनआईए की तरफ से पेश एडिशनल सलिसिटर जनरल मनिंदर सिंह ने दवे की दलीलों का जोरदार खंडन करते हुए उनपर कोर्ट को धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह दवे की राजनीति है और वह कोर्ट को धमका रहे हैं, जो अप्रिय और अक्षम्य है।
पीठ ने तब दवे से कहा कि इस तरह की दलीलों को अदालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है और साफ कर दिया कि वह आज अब इस मामले पर सुनवाई नहीं करेगी। अब इस मामले की सुनवाई 30 अक्टूबर तक स्थगित कर दी।