देशद्रोह का झूठा आरोप झेल चुके मुसलमान बोले- जेल में साफ कराया पखाना, गद्दार कहकर मारे थप्पड़

बीते दिनों चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाने का झूठा आरोप लगाकर मध्य प्रदेश में गिरफ़्तार किए गए 15 लोग अब जेल से बाहर आ चुके हैं।

भोपाल से करीब 350 किलोमीटर दूर बुरहानपुर गांव के रहने वाले इन 15 लोगों पर 18 जून को हुए भारत पाकिस्तान मैच के बाद देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था।

हालाँकि अब सबूत न मिलने पर सभी आरोपियों से केस वापस लेना पड़ा। लेकिन बिना इल्ज़ाम करीब 10 दिनों तक जेल में रहने वाले लोगों का दर्द इतनी आसानी से नहीं जाने वाला।

इन लोगों ने मीडिया से अपना दर्ज साझा करते हुए बताया कि उनसे कारावास में पखाना और नाली साफ करवाए गए और कुछ कैदी उन्हें “गद्दार” कहते थे।

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अनीस बाबू मंसूरी ने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि जब उन लोगों को जेल ले जाया गया तो वहां के करीब एक दर्जन पुराने कैदियों ने हर किसी को थप्पड़ मारा और गालीगलौज की। मंसूरी पेशे से दर्जी हैं।

25 वर्षीय मंसूरी ने एचटी को बताया कि पुलिस ने हिरासत में उनकी पिटाई भी की थी। पुलिस द्वारा कथित तौर पर की गी पिटाई के निशान दिखाते हुए मंसूरी ने अखबार से कहा, “हम मुसलमान हैं तो हिन्दुस्तानी भी हैं।”