मन्नान वानी के हिज्बुल मुजाहिदीन में जाने से परिवार सदमे में

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के ताकिपोरा गांव में मन्नान वानी के परिजन उसके आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ने की खबर से सदमे में हैं। उसके पिता का नाम बशीर अहमद वानी है। पुलिस के मुताबिक वानी तीन दिन पहले ही एएमयू से कश्मीर गया था लेकिन घर नहीं पहुंचा।

गौरतलब है कि वानी पिछले पांच साल से एएमयू में पढ़ रहा था। वह एमफिल कर रहा था। वह अब जिऑलजी में पीएचडी कर रहा था। वह यूनिवर्सिटी से घर नहीं गया। राइफल के साथ उसकी फोटो फेसबुक पर वायरल हो गई, जिसमें लिखा था कि उसने 5 जनवरी को हिज्बुल मुजाहिदीन जॉइन कर लिया।

उसके पिता बशीर अहमद वानी का कहना है कि ऐसा कर वानी ने उनको बहुत पीड़ा दी है। वह बहुत अच्छा लड़का रहा है। उधर, जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि वह शिकायत मिलने के बाद से उसकी तलाश में जुटी है। वह चार दिन पहले घर आने वाला था लेकिन सोशल मिडिया पर उसकी फोटो आने के बाद से वह गायब है।

अंतिम बार परिवार वालों को उसके दिल्ली में होने की सूचना मिली थी। उसके आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ने की खबर से पूरे परिवार के साथ उनके रिश्तेदार भी हैरत में हैं। फेसबुक पेज पर खान आतिफ ने लिखा कि मेरा अनुमान था कि मन्नान वानी आधुनिक पीड़ी का आईएएस बनेगा लेकिन वह हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ गया है हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ गया।

एएमयू ने रिसर्च स्कॉलर मन्नान बशीर वानी को संस्थान से निष्कासित कर दिया है और इसके साथ ही हबीब हॉल हॉस्टल में उसका कमरा भी सील कर दिया गया था।