मोदी सरकार में अन्नदाता मर रहे हैं, इसलिए योग दिवस के विरोध में योगासन की जगह शवासन करेंगे किसान

देशभर में 21 जून को योग दिवस मनाया जाएगा। लेकिन भारतीय किसान यूनियन ने कहा है कि वो इसका विरोध करेंगे और योगासन की जगह शवासन करेंगे।

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ में योग करेंगे। इसी को देखते हुए भारतीय किसान यूनियन ने लखनऊ की सड़कों पर उतर कर विरोध करने का फैसला किया। उन्होंने इसके लिए शवासन करने का फैसला लिया है।

भारतीय किसान यूनियन का आरोप है कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से किसान आज मरणावस्था में पहुंच गया है।

हरिद्वार में गंगा के तट पर स्थित लालकोठी परिसर में भारतीय किसान यूनियन की तीन दिवसीय राट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में किसानों ने मोदी सरकार की जमकर निंदा की।

एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को किसान विरोधी करार दिया और केंद्र की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ 31 जुलाई को लखनऊ में किसान महापंचायत करने और पंचायत के बाद दिल्ली कूच करने का फैसला लिया।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने बताया, “केंद्र की मोदी सरकार हर मौर्चे पर नाकाम साबित हो रही है। किसानों के भले के लिए केंद्र सरकार ने जितने भी वादे किए थे, उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया है।”

टिकैत ने कहा कि बैठक में केंद्र सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ने का एलान किया गया है।

इतना ही नहीं बैठक में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने, स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू करने, राज्यों में बिजली और खेती से जुडे़ हुए उपकरणों की कीमत वापस लेने की केंद्र सरकार से मांग की गई।

इसके बाद यूनियन ने कहा कि भाजपा की मानसिकता को किसान विरोधी है। किसानों ने यह भी मांग रखी की केंद्र सरकार से खेती से जुड़े उत्पादों का लाभकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करे।