बेशर्म BJP! राहत की मांग कर रहे किसानों पर शिवराज की पुलिस ने कपड़े उतरवाकर बरसाईं लाठियां

बीजेपी शासित मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले को सूखा-ग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन इस दौरान किसानों की पुलिस के साथ झड़प हो गई। पुलिस ने किसानों को थाने में ले जाकर जमकर पिटाई कर दी।

ये किसान कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की मांग कर प्रदर्शन कर रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें वहां से हटाने के लिए लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़े।

किसानों का कहना है कि जब वे प्रदर्शन कर वापस अपने गांव दुनातर लौट रहे थे तो पुलिसवालों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। वे उन्हें पकड़ कर थाने ले गए और कपड़े उतरवाकर उनकी जमकर पिटाई की गई।

इटीवी के अनुसार युवा कांग्रेस के खेत बचाओ-किसान बचाओ अभियान के तहत हजारों की संख्या में किसान टीकमगढ़ जिले को सूखा-ग्रस्त करने की मांग कर रहे थे।

युवा कांग्रेस के राज्य प्रमुख कुणाल चौधरी ने बताया कि कलेक्टर ने हम में से तीन लोगों को अपने कमरे में आने की इजाजत देते हुए ज्ञापन सौंपने के लिए कहा था और इसीलिए हम कलेक्टर के ऑफिस पहुंचकर उन्हें टीकमगढ़ सूखा-ग्रस्त घोषित करने के मामले में ज्ञापन सौंपना चाहते थे।
लेकिन जब हम वहां जा रहे थे तो पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की।

कुणाल और किसान ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए और कलेक्टर से आग्रह करने लगे कि वे बाहर आकर ज्ञापन स्वीकार करें। इसी बीच पुलिस ने आकर किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। इतना ही नहीं किसानों को कलेक्टर के ऑफिस के बाहर से हटाने के लिए वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया।

इसके बाद पुलिस ने किसानों को लॉकअप में बंद करके उनके कपड़े उतरवाकर बेरहमी से पिटाई की।