आगरा: भाजपा सरकार आते ही भगवा गुंडों की ताकत में इज़ाफा हो गया था लेकिन अब उनकी सारी खुमारी उतरती नज़र आ रही है।
शनिवार को फतेहपुर सीकरी और सदर बाजार में हिन्दू चरमपंथी संगठनों का आतंक देखने को मिला तो पूरा देश दंग रह गया। एक तरफ जहाँ सरकारी काम में बाधा डाला गया, वहीं दूसरी तरफ दरोगा को थप्पड़ मारकर बलवाईयों ने अपनी ताकत दिखा दी।
लेकिन अब प्रशासन ने हिन्दू संगठनों के आरोपी नेताओं की गिरफ्तारी के लिए हरी झंडी दे दी है।
दरअसल डीजीपी सुलखान सिंह ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की थी। प्रमुख सचिव गृह ने भी जानकारी ली। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों अफसरों ने रिपोर्ट देखने के बाद कार्रवाई के लिए पुलिस को ग्रीन सिग्नल दे दिया। उधर, पुलिस ने सोमवार को दिनभर ताबड़तोड़ दबिश भी दी लेकिन कोई हाथ नहीं आया।
रिपोर्ट के मुताबिक़, सीकरी मामले में करीब 300 और सदर बाजार में 150 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सीकरी थाने में पांच और सदर बाजार थाने में 24 नामजद हैं। सीकरी के पांचों नामजद आरोपी जेल जा चुके। सदर बाजार के 24 में से नौ पकड़े गए हैं। 15 फरार हैं।
ये हैं बंटी ठाकुर, गोविंद पाराशर, मधुसूदन शर्मा, नंद किशोर वाल्मीकि, राजीव शर्मा, अनुपम पंडित, राकेश त्यागी, दिग्विजय नाथ तिवारी, सुभाष, सुनील पाराशर, गौरव राजावत, विनोद शर्मा, राजेंद्र गर्ग, दीपक अग्रवाल, अनुपम वर्मा।
नामजद आरोपियों में ज्यादातर विहिप और बजरंग दल के नेता हैं। पुलिस इनके खिलाफ पहले भी केस दर्ज करती रही है लेकिन कभी गिरफ्तारी नहीं की। इस बार भी अभी तक उन्हें नहीं पकड़ा जा सका है।
बता दें कि सीकरी में दो युवकों की पिटाई में नामजद हिंदू संगठनों और भाजपा के नौ नेताओं से केस वापसी के लिए सीकरी और सदर बाजार थाने में हमला किया गया था।
हालांकि इस घटना से पुलिस प्रशासन खुद सकते में है और भगवा गुंडो से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।