लखनऊ: दारुल उलूम देवबंद द्वारा दी गई फतवों को मिडिया अक्सर विवाद का मुद्दा बना देती है। लेकिन बार ऐसा नहीं हुआ, देवबंद द्वारा दी गई फतवे का हर तरफ जमकर तारीफें हो रही हैं। दारुल उलूम ने यह फतवा यूपी में होने वाली निकाय चुनाव के सम्बन्ध में जारी किया है, फतवे में दारुल उलूम देवबंद वोटों की सौदे बाजी को हराम करार दिया है।
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फतवा देने वाले मौलाना अब्दुल लतीफ़ कासमी ने बताया कि यह फतवा भारतीय चुनाव प्रणाली को साफ़ सुथरा बानने के लिए दिया है। उनहोंने स्पष्ट रूप से कहा कि वोटो को खरीदना और बेचना इस्लामी एतबार से नाजायज है।
वोट को कुर्बानी करार देते हुए मौलान अब्दुल लतीफ ने कहा कि अगर कोई अपना वोट बेचता है तो वह इस्लाम के मुताबिक हराम है, और वह शख्स गुनहगार है। उन्होंने कहा कि मतदाता को अपना वोट देने की आज़ादी देने की इस्लाम वकालत करता है। इस लिहाज़ से अच्छे उम्मीदवार को बगैर किसी सौदेबाजी के वोट दिया जाये।
मौलाना ने कहा कि लोकतंत्र को देश की पहचान बताते हुए कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और लोकतंत्र के लिये दुनिया में मशहूर है इसलिए देश की पहचान के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। मौलाना ने कहा कि लोकतंत्र में जो लोग वोट बेचते हैं या खरीदते हैं, वो लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करते हैं।
उन्होंने कहा कि मतदाता को अपना वोट देने की आज़ादी देने की इस्लाम वकालत करता है। इस लिहाज़ से अच्छे उम्मीदवार को बगैर किसी सौदेबाजी के वोट दिया जाये।
आपको बता दें कि देवबंद द्वारा दिए जाने वाले फतवों पर अक्सर विवाद होता है, हाली में मुस्लिम औरतें को आईब्रो बनवाना और बगैर किसी मजबूरी के सर के बाल कटाना गलत है, जैसे फतवा दिया था लेकिन इस फतवा पर मिडिया में काफी विवाद भी हुआ था।