ख़ुदकुशी करने से पहले फज़ल हुसैन बोला- चारदीवारी में पंचायत बैठाकर सही-गलत का फैसला होने लगा है

कश्मीर के रजौरी जिले में पंचायत के फैलसे ने फजल हुसैन की जान ले ली। फज़ल पर रेप का आरोप था लेकिन इन आरोपों की पुष्टि किए बिना ही पंचायत ने लड़की का पेशाब पीने की सजा सुनाई दी जिसके बाद फज़ल ने ख़ुदकुशी कर ली।

फज़ल का शव 30 जुलाई को पीर पिंजल रेंज में समसर झील से बरामद हुआ। फज़ल शादी शुदा था और ख़ुदकुशी करने से पहले उसने एक वीडियो भी बनाया जिसमे उसने अपनी बात रखी।

इस वीडियो में फज़ल ने कहा कि अपने घर की चारदीवारी में कोर्ट बनाकर लोगों ने सही-गलत का फैलसा करना शुरू कर दिया है।

मुझ पर लगे इल्जाम सही थे या गलत यह एक एक ऐसी कोर्ट में तय किए गए जो चारदीवारी के अंदर बना था!”

हुसैन ने आगे कहा कि मैंने लड़की का मेडिकल टेस्ट कराने को कहा लेकिन मेरी बात नहीं सुनी गई। इस्लाम का मतलब होता है इंसाफ। यह कैसा इंसाफ है जो एक मुसलमान को पेशाब पीने के लिए मजबूर करता है।

स्टेशन ऑफिसर मोहम्मद जहांगीर ने बताया कि हमने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल इस मामले में कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है।