FBI की मसाजिद में जासूसी धोका दही के मुतरादिफ़

आईवा 5 फरवरी (एजैंसीज़) अरविंदर सिंह नामी एक शख़्स के बारे में ये पता चला है कि वो यहां मसाजिद की खु़फ़ीया निगरानी और मुस्लमानों की जासूसी के लिए रवाना किया गया था और एफ़ बी आई ने उसे ये अहम ज़िम्मेदारी सौंपी थी जिस पर आईवा में मौजूद मुस्लिम कम्यूनिटी का ब्रहम होना लाज़िमी था क्योंकि इबादत गुज़ारों की इस तरह जासूसी करना किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं की जा सकता क्योंकि इस से ये वाज़ेह होजाता है कि हुकूमत अमरीका को अमरीकी मुस्लमानों पर एतिमाद नहीं है।

इस मौक़ा पड़वीस मोइनज़ में इस्लामी सैंटर के सदर डाक्टर हामिद बेग ने सी एन उन को बताया कि ये एक इंतिहाई अफ़सोसनाक और हैरत अंगेज़ इन्किशाफ़ है कि एफ़ बी आई एक ग़ैर मुस्लिम शख़्स को सिर्फ इस लिए मसाजिद रवाना करती है ताकि मुस्लमानों की सरगर्मीयों की रिपोर्ट उसे मिल सके। इस की चंदाँ ज़रूरत नहीं है। तमाम अमरीकी मुस्लमान अपने मुल्क के तईं वफ़ादार हैं।

आईवा के डैस मोनज़ में मुस्लमानों की एक क़लील लेकिन मुनक़सिम आबादी रिहायश पज़ीर है जहां चार मसाजिद हैं जिन में यमनी, सोमाली, पाकिस्तानी और बंगला देशी शहरी नमाज़ पढ़ने आए हैं। डाक्टर हामिद ने कहा कि एफ़ बी आई ने हमारे साथ धोका किया।